हर शब ख़्वाबों में मेरे...
मुझसे ज़िन्दगी मिलने आती है
मेरी मसरूफ़ियत पर वो
कुछ नाराज़गी जताती है
''ज़रूरतें पूरी होती हैं..लालसा नहीं''
-कहकर वो मुझे समझाती है
99-100 के इस झमेलों को
वो जानना ही नहीं चाहती है
कभी हँसाती है....कभी रुलाती है
पर जो भी हो..मेरा साथ निभाती है
उसकी इस अदा की क़ायल हूँ मैं
यह सुनकर..वो थोड़ा सा इतराती है
कभी कभी वो मुझे
बच्चों-सा समझाती है
बड़े भोलेपन से मेरे
सारे नाज़ उठाती है
पर एक बार जब वो
सिखाने पर आ जाती है
तो बिन छड़ी ही बड़े-बड़े
सबक याद कराती है
मुश्किलों में भी वो
मन ही मन मुस्काती है
गिरकर फिर उठने का
सलीक़ा मुझे सिखाती है
beautiful lines
ReplyDeleteThanx alot..keep reading..:-) :-)
Deletegazzab😍😍
ReplyDeleteThanx..dear..keep reading :-) :-) :-)
DeleteAwesome shaheen😍😍😍😍😍😍
ReplyDeleteThanx dear :-) :-) :-)
DeleteKeep reading..:-) :-) :-)
ReplyDeleteBehad badi n sahi seekh....����keep it up sis...
ReplyDeleteThanx brother...:-) :-)
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